असली इंसान वही है जिसकी निर्मलता हो जैसे भक्ति |
भक्ति सी हो उसकी शक्ति , जल सी हो उसकी शीतलता, तेज हो उसका अग्नि सा ||
असली इंसान वही है जो हो काला फिर भी न परे उसे फर्क |
या हो गोरा फिर भी न हो उसमे दर्प,हो वो सीता माता सा पवित्र, वा हो उसमे सेवा भाव जैसे पवन पुत्र ||
असली इंसान वही है जिसमें हो गांधी जी जैसी महानता |
उन्हीं के जैसी परिश्रमता, लक्ष्मीबाई जैसी क्षमता,व मां जैसी ममता ||
अद्विता शाण्डिल्या
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