मेरे मित्र
मैं याद करूँ तो पहले मित्रों की छाया जो याद आती है वो उनकी है जिनके साथ हम बड़े हो रहे थे। किसी के साथ बैग मे किताबें भरे साइकिल से स्कूल जाया करते थे। तो कई के साथ स्कूल मे क्लास
मैं याद करूँ तो पहले मित्रों की छाया जो याद आती है वो उनकी है जिनके साथ हम बड़े हो रहे थे। किसी के साथ बैग मे किताबें भरे साइकिल से स्कूल जाया करते थे। तो कई के साथ स्कूल मे क्लास
अयोध्या जिसका ज़िक्र वाल्मीकि अपने रामायण में करते हैं, जो मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की जन्मभूमि है। उसी अयोध्या में जहाँ के राजा रहे श्री राम ने कभी अश्वमेध यज्ञ किया था। उस देश में जहाँ सिया राम के वनवास से लौटने
व्यग्र नहीं व्यथित नहीं !संयम है संयमित हम !!यह आक्रोश है द्वेष नहीं।वेदना है यह व्याकुलता नहीं !! मानवता की मशाल को !जलाये रखना चाहते हैं !!खुद को मिटा दिए हम !जलाएं ज्योति देश की !! अब नहीं और नहीं !सहना है
A website survey was conducted in the last two days in which 76 participants submitted their thoughts. Below are the insights from our Website Survey Results maintaining the anonymity of participants. Thanks for your participation !!
A new quality analyst joins the team After two years Ajay was still working at the same organization. Meeting the deadlines of sprints was the new norm in office and life had been more monotonous after he dropped his previous dream job