असली इंसान
असली इंसान वही है जिसकी निर्मलता हो जैसे भक्ति | भक्ति सी हो उसकी शक्ति , जल सी हो उसकी शीतलता, तेज हो उसका अग्नि सा || असली इंसान वही है जो हो काला फिर भी न परे उसे फर्क | या
असली इंसान वही है जिसकी निर्मलता हो जैसे भक्ति | भक्ति सी हो उसकी शक्ति , जल सी हो उसकी शीतलता, तेज हो उसका अग्नि सा || असली इंसान वही है जो हो काला फिर भी न परे उसे फर्क | या
2012 January, India at that time was a tolerant country that was witnessing every day a new scam and dead bodies of soldiers at the border. On a chilled day, we had boarded the train to the capital from a city 1000
मैं याद करूँ तो पहले मित्रों की छाया जो याद आती है वो उनकी है जिनके साथ हम बड़े हो रहे थे। किसी के साथ बैग मे किताबें भरे साइकिल से स्कूल जाया करते थे। तो कई के साथ स्कूल मे क्लास
अयोध्या जिसका ज़िक्र वाल्मीकि अपने रामायण में करते हैं, जो मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की जन्मभूमि है। उसी अयोध्या में जहाँ के राजा रहे श्री राम ने कभी अश्वमेध यज्ञ किया था। उस देश में जहाँ सिया राम के वनवास से लौटने
व्यग्र नहीं व्यथित नहीं !संयम है संयमित हम !!यह आक्रोश है द्वेष नहीं।वेदना है यह व्याकुलता नहीं !! मानवता की मशाल को !जलाये रखना चाहते हैं !!खुद को मिटा दिए हम !जलाएं ज्योति देश की !! अब नहीं और नहीं !सहना है