मेरे मित्र

मैं याद करूँ तो पहले मित्रों की छाया जो याद आती है वो उनकी है जिनके साथ हम बड़े हो रहे थे। किसी के साथ  बैग मे किताबें भरे साइकिल से स्कूल जाया करते थे।  तो कई के साथ स्कूल मे क्लास